रेड हॉट - नील साइमन के लास्ट ऑफ़ द रेड हॉट लवर्स का रूपांतरण - सोरभ शुक्ला द्वारा निर्देशित || १४वा भारत रंग महोत्सव, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (दूसरी भेंट)
भारत रंग महोत्सव २०१२ क तीसरे दिन सोरभ शुक्ला द्वारा निर्देशित नाटक 'रेड हॉट' दिखाया गया. उम्मीद करते हैं की अपने इसका प्रथम चरण देख होगा. अगर नहीं तो यहाँ देखें... प्रथम चरण में अपने देखा की किस तरह श्रीमान सेठी एक लड़की से अपनी माँ के घर पे मिलते हैं लेकिन कुछ नहीं कर पाते हैं. यहाँ प्रस्तुत है एक और PHOTO JOURNEY जहाँ वो एक नयी लड़की से उसी जगह मिलते हैं. आइये देखें...
ये नाटक एक इंसान, जिसका नाम परमिंदर सेठी है, उसके इर्द गिर्द घूमता है. श्रीमान सेठी , जो की एक शादीशुदा, अधेड़ उम्र का आदमी है, इस हास्यप्रधान नाटक का मुख्य पात्र है.
वह अपने जीवन को सादा और उबाऊ ढंग से जीता आया है, और इससे पहले की बहुत देर हो जाये , वह वर्तमान में हो रही यौन क्रांति में भाग लेना चाहता है. सेठी एक सज्जन व्यक्ति है जिसे शादी के बाहर प्रेम सम्बन्ध का कोई पूर्वानुभव नहीं है.
उसे यौन प्रलोभन सम्बन्धी तीन परिस्थितियों का अवसर मिलता है, लेकिन वह सबमें असफल रहता है. यह नाटक परमिंदर के इन तीन, एक से बढ़ कर एक जटिल महिलाओं के साथ दुभाग्य की कहानी को बड़े ही हास्यप्रद ढंग से प्रस्तुत किया गया है.
ऊपर दिखाए गए चित्र में वह दूसरी महिला का अपनी माँ के घर स्वागत कर रहे हैं. इस से पहले सेठी एक महिला से मिल चूका है, जो की प्रथम PHOTO JOURNEY का भाग था.
ये लड़की सेठी जी को पार्क में मिलती है जहाँ इसने सेठी जी से ५०० रूपए लिए. उसके बाद सेठी जी से बात होने पे उन्हों इसे अपनी माँ के घर पे बुला लिया. सेठी जी के पूछने पर लड़की उनसे पानी के लिए अनुरोध करती है. इस दृश्य में लड़की काफ्फी मुग मग में पानी पि रही है और साथ ही बड़े अछ अंदाज़ में सेठी जी से बात कर रही है...
धीरे धीरे लड़की अपने अतीत के बारे में बताने लगती है और अपने पुराने ३६ प्रेम संबंधो का खुलासा करती है. जिनमें से ये एक को नहीं गिनती क्योंकि उस एक ने कुछ नहीं किया... इस बातचीत के दौरान लड़की अपने पहले प्रेमी चमन के बारे बताती है की वो आज तक उसका पीछा करता है...
इसी दौरान एक फ़ोन आता है जिसमें लड़की किसी से पैसे मांगने के लिए बहुत बुरे तरीके से बात करती है. सेठी के पूछने पे पता चलता है की ये लड़की किसी दुसरे मर्द से हर महीने पैसे लेती है, किसी विडियो को छुपाने के लिए... सेठी ये बात जान के दर जाता है...
थोड़ी ही देर के बाद लड़की बीयर मांगती है और बैटन का सिलसिला आगे बढ़ता है...
बैटन ही बैटन में लड़की सेठी के माता पिता के बारे में बात करने लगती है जब की सेठी का उस सब में कोई दिल्चस्बी नहीं थी. वो तो सिर्फ लड़की के साथ एक यादगार शाम गुज़ारना चाहता था...
थोड़ी ही देर में लड़की अजीब सा व्यवहार करने लगती है.. इअसा जैसे उसे चमन उस कमरे में दिख रहा हो और वो चिल्ला चिल्ला के उसे बहार निकल रही हो... इसपे नाराज़ हुए सेठी जी लड़की से गुस्से से बात करते हैं. ऐसे बात करने पे लड़की बहाना लगाती है की वो एक्टिंग कर रही थी...
थोड़ी देर के बात लड़की सिगरेट पीने के लिए पूछती है... सेठी जी के हाँ बोलते ही वो गांजे वाली सिगरेट पीना शुरू करती है... अब मुझे लग रहा है की पूरी कहानी का व्याख्यान वहां उचित नहीं होगा... अगर आपके आस पास ये नाटक कभी हो तो, जरूर जा के इसका लुत्फ़ उठाएं...
इस नाटक में सोरभ शुक्ला ने निर्देशक एवं कलाकार का काम किया है. ऐसा मन जाता है की उन्होंने ये नाटक १८ साल में बड़े परदे के काम के बाद किया है... वे भी NSD के छात्र रहे हैं...
सोरभ शुक्ला, फिल्म और टेलीविसन अभिनेता, निर्देशक एवं पटकथाकार हैं. निश्चित रूप से आपने उन्हें कई बार टेलीविसन पे देखा होगा... शुक्ला जी ने तीन टेलीविसन धारावाहिक और पांच फिल्मों का निर्देशन किया है, जिनमें 'रात गयी बात गयी ' ने S.A.E.F.F (नेव्योर्क ) में Audience choice best film award जीता था.
सोरभ शुक्ल को भारतीय फिल्म एवं टेलीविसन संसथान पूना से एक अतिथि अध्यापक और शैक्षणिक परिषद् सदस्य के रूप में मान्यता प्राप्त है...
इसी के साथ रेड हॉट का दूसरा भाग समाप्त होता है... तीसरे और अंतिम भाग शीघ्र ही PHOTO JOURNEY पे आयेगा...
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